विजय कुमार शुक्ला जी - आधुनिक भारतवर्ष के अनूठे ऋषि/सृजक/रचनाकार (VIJAY KUMAR SHUKLA - ONE OF THE FINEST MODERN INDIAN RISHI WRITER)

आधुनिक भारतवर्ष के महानतम ऋषियों/ सृजकों में शुमार विजय कुमार शुक्ला जी का आपकी अपनी प्यारी राजदुलारी आत्मीयता पत्रिका का नवीनतम मानद ऋषि/सृजक/लेखक/रचनाकार/देवता बनने पर हमारे समूचे आत्मीयता पत्रिका परिवार की तरफ से हार्दिक स्वागत है! 

  • विजय कुमार शुक्ला जी किसी परिचय के मोहताज नहीं। वे हिंदी साहित्य के प्रतिष्ठित स्थापित हस्ताक्षर हैं।
  • हास्य व्यंग्य पर जैसी पैनी पकड़ उनकी है, वैसी दुनिया के कुछ गिने चुने रचनाकारों की ही है। उनका हास्य व्यंग्य जीवन के हर पहलू को आसानी से छू जाता है, गुदगुदा जाता है।
  • राजनीतिक हास्य व्यंग्य की विधा पर उनका कोई सानी नहीं।
  • जो मुफ्त में देता है वो देने वाला याने देवीता/देवी या देवता कहलाता है। विजय कुमार शुक्ला जी भी आपको X सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर मुफ्त में वेद व्यास की भाँति अपना ज्ञान "दे" रहे हैं तो "देवता" हुए कि नहीं!
  • हिन्दी साहित्य के अमर साहित्यकार प्रेमचंद जी के अनुसार जो मुफ्त में देता है वो देने वाला याने "देवता" और जो लेता है वो "लेवता" कहलाता है।
  • भारतवर्ष में ऋषि मुनियों की एक लंबी गौरवशाली परंपरा रही है। 
  • ऋषि मुनियों ने वनों में रह कर कठोर तपस्या साधना की! 
  • उस से अर्जित ज्ञान और शक्ति को समाज के कल्याण में लगाया। 
  • समाज के मार्ग दर्शन के लिए अनेकों सद्ग्रन्थो की रचना की। 
  • आधुनिक भारतवर्ष में ऋषि मुनि देश, काल, परिस्थिति से सामंजस्य बैठाते हुए एक्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे प्रभावशाली सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से अपने सद्विचारों को बांट कर व्यक्ति, समाज और समूचे विश्व का, व्यष्टि से समष्टि तक सभी का निस्वार्थ भाव से कल्याण कर रहे हैं। 
  • विजय कुमार शुक्ला जी के सद्विचार समर्थकों के लिए तो अमृत हैं ही। विरोधियों का भी उस से भला होता है। 
  • विरोधी उनके सद् विचार समझ कर अपनी त्रुटि को सुधार कर अपने जीवन को सार्थक बना सकते हैं। और कुछ विरोधी तो वास्तव में ऐसा कर भी रहे हैं। 
  • आज भारतवर्ष में ऋषि मुनि सद् विचारों से सही दिशा दे रहे हैं। 

हमें आशा ही नहीं, अपितु पूर्ण विश्वाश है कि आपकी अपनी प्यारी राजदुलारी आत्मीयता पत्रिका से जुड़ने के बाद आधुनिक भारतवर्ष के ऋषि/सृजक विजय कुमार शुक्ला जी ओर अधिक ऊर्जावान, गतिवान् हो कर पहले से भी ज्यादा अपनी अद्भुत जादुई कलम के माध्यम से व्यक्ति, समाज और जगत की बहुमुल्य सेवा करेंगे!

 

Ms. Sujata Kumari (Editor-in-Chief, Aatmeeyataa Patrekaa)

सुश्री सुजाता कुमारी, सर्वोपरि संपादिका एवम् प्रभारी सम्पादकीय इकाई (आत्मीयता पत्रिका) (on-line global magazine) 

X - @sujatakumarika


(स्रोत: इंटरनेट, सोशल मीडिया एक्स अकाउंट @ActForVijay पर उपलब्ध विजय कुमार शुक्ला जी का छायाचित्र,  और अन्य सामग्री)


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