"गीता सार" ************
गीता का मर्म है गहरा, जीवन का सार
कर्म करो, फल की चिंता, छोड़ो हर भार धर्म पे चलना, है सबसे बड़ा विधान सत्य की राह पर, बढ़े इंसान महान आत्मा है अमर, यह सिखाया ज्ञान मृत्यु से डरना, नहीं है कोई समाधान योग और साधना, हैं मोक्ष का द्वार कर्म योग, भक्ति योग, ज्ञान में है सार सत्य और नैतिकता, जीवन का है मान इनके बिना अधूरी, हर एक पहचान समर्पण से मिलता, भगवान का प्यार भक्ति से जुड़ता, हर इंसान का संसार विवेक से चुनो तुम, अपने जीवन का मार्ग गीता का संदेश, है सच्चाई का तार यह ग्रंथ नहीं, है जीवन का असली ज्ञान जो समझे इसे, वो पाए सच्चा मान जय श्री कृष्ण
प्रस्तुतकर्ता आशुतोष पाणिग्राही (स्वतन्त्र सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विचारक, चिंतक एवम् विश्लेषक) X हैंडल: @SimplyAsutosh
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