क्यों हल्के में ना ले भाजपा के 400 के पार के नारे को विपक्ष क्योंकि…! ( WHY THE OPPOSITION MUST NOT TAKE LIGHTLY THE BJP'S CALL FOR 400 PLUS SEATS IN LOKSABHA 2024 ELECTIONS!)

हल्के में ना ले भाजपाई नेता भारतीय गृह मंत्री अमित शाह और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के 400 के पार के नारे को विपक्ष क्योंकि…

… क्योंकि 400 पार का नारा महज भाजपा के पक्ष में वोटरों के बीच अनुकूल माहौल बनाने और भाजपा के कार्यकर्ताओं में जोश भरने का मनोवैज्ञानिक प्रयास होने से अधिक पहले से ही देश में ऐसा भ्रमित माहौल बनाने की कोशिश है ताकि यदि 2019 की भाँति इस बार भी शाह मोदी और गुर्गे ई वी एम मशीन में हेराफेरी कर के 400 से ज्यादा लोकसभा सीटें जीतने में

कामयाब हो जाएँ तो कोई भाजपा पर ई वी एम मशीन में हेराफेरी का संशय ना करे।

याद कीजिये 2019 का लोकसभा चुनाव। तब शाह मोदी और गुर्गे ई वी एम मशीन में हेराफेरी कर के 303 लोकसभा सीटें जीतने में कामयाब हो गए थे ई वी एम मशीन में हेराफेरी कर के जबकि असलियत यह थी कि तब भाजपा को 180 से 200 के बीच ही सीटें मिली थी।

याद कीजिये कैसे गुजरात के तड़ीपार गुंडे लफंगे डकैत शाह ने मोदी और गुर्गों के साथ मिल कर उस वक़्त मीडिया में माहौल बनवा लिया कि, “सर्वे भाजपा के पक्ष में 303 सीटें दिखा रहे हैं.”

शाह मोदी ने उस वक़्त कहा था कि भाजपा 303 सीटें जीतेगी।

जरा सोचिये। ये 303 का आंकड़ा क्यों उनके दुष्ट दिमागों में घुसा? क्या नरेंद्र मोदी, अमित शाह और उनके गुर्गों के पास भविष्य देखने की सिद्धि है? नहीं! क्या ये सत्यवादी ज्योतिषी हैं? नहीं! क्या इनके पास कोई प्राचीन महान भारत की भविष्य देखने की कोई दुरबीन है? नहीं!

संभावना ये है के ये आंकड़ा इसलिए सोचा इन दुष्टों ने क्योंकि इन दुष्टों ने कुछ अज्ञात चुनाव आयोग के अधिकारियों को डरा धमका कर, फुसला कर ई वी एम मशीन में हेराफेरी करके इस तरह की सेटिंग करवा दी थी कि चुनावों के नतीजे के दिन ई वी एम मशीनें 303 का ही आंकड़ा दिखाये।

2019 में भी शाह मोदी और गुर्गों ने ऐसा इसलिए किया ताकि ई वी एम मशीन में हेराफेरी कर के 303 लोकसभा सीटें जीतने में कामयाब होने पर कोई देशवासी भाजपा पर ई वी एम मशीन में हेराफेरी का संशय ना करे।

इंसानियत पार्टी ने तब भी 'एक्स' (ट्विटर) पर इस बारे में भारतीय जनता और विपक्षी दलों को सारी सूचना दे कर चेताया था। परंतु, भाजपा के पक्ष में पुलवामा कांड से उपजे सकारात्मक माहौल के बीच हमारी चेतावनी कहीं खो गई थी।

2019 में लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने से पहले इंसानियत पार्टी के एक विश्वस्त सूत्र जिनकी यूनियन होम मिनिस्ट्री के सीनियर ऑफिसर से मित्रता थी, ने इंसानियत पार्टी को बताया कि उनके उक्त मित्र ने उन्हें बताया है कि, “गृह मंत्रालय की जानकारी के अनुसार, 2019 के चुनाव में कांग्रेस जीत गई है। भाजपा का सफाया हो गया है। अब कांग्रेस की सरकार बनेगी.” पर, हेराफेरी से जीत गई भाजपा….

गृह मंत्रालय के उक्त बहुत ही वरिष्ठ अधिकारी की उक्त जानकारी 100 प्रतिशत सही थी कि 2019 के चुनाव के बाद कांग्रेस की सरकार बनेगी क्योंकि उन उक्त वरिष्ठ अधिकारी के पास सब गुप्त सूचनाएँ रपटें आ रही थी चुनाव आयोग के कार्यालय से।

लेकिन, सरकार बन गई भाजपा की! इस अजूबे से वे उक्त वरिष्ठ अधिकारी भी हैरान थे कि रातों रात किसने ई वी एम मशीन में हेराफेरी कर के भाजपा को जीता दिया था…!

मतलब साफ़ है कि गुजरात के तड़ीपार गुंडे लफंगे डकैत शाह ने मोदी और गुर्गों के साथ मिल कर रातों रात ई वी एम मशीन में हेराफेरी कर के भाजपा को जीता दिया था…!

इसलिए, भाजपाइयों का नारा था – “मोदी है तो मुमकिन है!” 

इसलिए यदि इस देश के दुर्भाग्य से भारतीय निर्वाचन योग 2 जून को भाजपा को 400+ लोकसभा सीटों की घोषणा कर दे तो समझ लेना कि 2019 की ही तरह इस बार भी गुजरात के तड़ीपार गुंडे लफंगे डकैत शाह ने मोदी और गुर्गों के साथ मिल कर निर्वाचन आयोग का गला घोंट दिया है... क्योंकि ये कटु सत्य है कि प्रथम, दूसरे, तीसरे चरण में 10% से 15% के बीच भाजपा से अदानी अंबानी, हँगाई, बेरोजगारी के मुद्दों पर नाराज  भाजपा के कट्टर समर्थक भाजपा को वोट देने के लिए पोलिंग बूथ तक पहुंचे ही नहीं, अपने घरों में दुबके रहे। और 10%-15% का अंतर भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने के लिए पर्याप्त है...! 

एक पार्टी कार्यकर्ता

(Hidden Facts of History Series - 3) 

(अनसुना इतिहास श्रंखला - 3) 

Note: Research inputs by the All India Insaaneyat Party 

(स्रोत: सोशल मीडिया, व्हाट्सएप्प, एक्स, इंटरनेट पर मुफ़्त में उपलब्ध छायाचित्र और सामग्री)



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