दोनों का रिश्ता - शरदवाणी

भावनाओं की 

तरंग 

आपस में 

मिल जाने से,

दूर विरजे 

प्रियजन के

मन्दिर में 

आने से...!

ईश कृपा से

मानो तब

एक अजूबा 

हो जाता है,

ऐसे में 

दोनों का रिश्ता

और पवित्र 

हो जाता है...!


शरदेन्दु शुक्ला 'शरद' पुणेकर

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