क्षणिकाएं ऐसी कि कलियाँ मुस्कुराएं

 

क्षणिका-१

🌹🙏🌹

हरेक से 

व्यवहार

धर्म कर्म 

संग सोय!!

आजीवन सुखी

वह रहे, 

तंग ना 

कभी होय !!




















क्षणिका-२

🌹🙏🌹

दूध से 

पानी को 

अलग कर 

सके ना कोय!

मिथ्या के 

विश्वास पर 

टूट जाय 

हर कोय!!


- शरदेन्दु शुक्ला 'शरद' पुणेकर

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