नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जन्म तिथि पर विशेष पेशकश (कविता)

हे विश्व पुरुष युग 
हे विभूति शत-शत है 
तेरा अभिनंदन ,
तेरे छू लेने से 
भारत की वसुंधरा 
हुई चंदन ।
तेरे ही प्रयास से आया 
आजादी में एक नया मोड़,
श्रद्धा में तेरे नतमस्तक हैं 
हम भारतीय ढेरों करोड ।
शत् शत् नमन, 
भारत माता की जय 
वंदे मातरम्।

शरदेन्दु शुक्ला 'शरद' पुणे

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