।। राम ।। Posted by पं.ऋषि राज मिश्रा (ज्योतिष आचार्य एवम वास्तु विशेषज्ञ) on July 29, 2019 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps ।। राम ।। ‘रा’ और ‘म’ दोनों अक्षर ही मानो भगवान् रामके दोनों चरण हैं और सीताजीके नगर (भक्तिपथ)की धूल मानो अन्तःकरणकी विनम्रता और भक्ति तथा अनुराग है । जब इन दोनोंका सामंजस्य होता है तो बुद्धिकी जड़ता दूर होती है । ।।जय जय श्री राम।। Comments
Comments