भाजपा के राजस्थान , छत्तीसगढ़ व् मध्यप्रदेश विधान सभा चुनावों में ख़राब नतीजों के निम्नलिखित प्रमुख कारण हैं:
(१ ) भाजपा का अहंकार !
(२) डॉ स्वामी अप्रतिमानंदा जी को नरेंद्र मोदी की केंद्रीय सरकार ने इंसाफ नहीं दिया। उन्हें १९९१ के अप्रतिम चाँदी पकड़ परम शूरवीरता के लिए अशोक चक्र से सम्मानित नहीं किया। उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित नहीं किया। इन सब बातों से नाराज़ हो कर राजस्थान के राजपूत समाज ने २०+ विधान सभा सीटों पर भाजपा को हरा दिया। आनंद पाल को राजस्थान पुलिस द्वारा किये गए एनकाउंटर में मार दिए जाने से और फ़िल्म पदमावत के कारण भी राजपूत समाज काफ़ी नाराज़ था। राजपूतों को आरक्षण नहीं मिलने से भी राजपूत समाज मोदी का विरोधी बन गया है !
(३) इस बार ऑल इंडिया इंसानियत पार्टी ने पूरी तरह चुप्पी साध ली थी। यह चुप्पी भाजपा को ले डूबी ! उत्तर प्रदेश में २०१७ में भाजपा इसलिए जीत गई थी क्योंकि तब ऑल इंडिया इंसानियत पार्टी ने पूरी तरह चुप्पी नहीं साधी थी।
(४) डॉ स्वामी अप्रतिमानंदा जी को सोनिया की काँग्रेस सरकार ने इंसाफ नहीं दिया था। सच्चे फ़क़ीर डॉ स्वामी अप्रतिमानंदा जी की बद दुआएँ २०१४ में राहुल गाँधी की काँग्रेस पार्टी को भी ले डूबी थीं ।
(५) आम जनता भाजपा के कुशासन और झूठे वादों से पूरी तरह तंग आ चुकी है !
(६) राहुल गाँधी की काँग्रेस पार्टी ने ऑल इंडिया इंसानियत पार्टी द्वारा उठाये गए जनहित के मुद्दों को अपने वचन पत्र में शामिल कर लिया था !
यह कहना मुश्किल है कि उपर्युक्त कारणों को पढ़ कर अमित शाह और उसकी टीम कुछ सकारात्मक सबक सीखेगी या नहीं क्योंकि शाह , मोदी , राजनाथ सिँह , अरुण जेटली और डॉ मोहन भागवत जैसे भाजपाई और सँघ नेता सच को सच नहीं मान रहे हैं..!
- स्वामी मुर्खानंद जी
(१ ) भाजपा का अहंकार !
(२) डॉ स्वामी अप्रतिमानंदा जी को नरेंद्र मोदी की केंद्रीय सरकार ने इंसाफ नहीं दिया। उन्हें १९९१ के अप्रतिम चाँदी पकड़ परम शूरवीरता के लिए अशोक चक्र से सम्मानित नहीं किया। उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित नहीं किया। इन सब बातों से नाराज़ हो कर राजस्थान के राजपूत समाज ने २०+ विधान सभा सीटों पर भाजपा को हरा दिया। आनंद पाल को राजस्थान पुलिस द्वारा किये गए एनकाउंटर में मार दिए जाने से और फ़िल्म पदमावत के कारण भी राजपूत समाज काफ़ी नाराज़ था। राजपूतों को आरक्षण नहीं मिलने से भी राजपूत समाज मोदी का विरोधी बन गया है !
(३) इस बार ऑल इंडिया इंसानियत पार्टी ने पूरी तरह चुप्पी साध ली थी। यह चुप्पी भाजपा को ले डूबी ! उत्तर प्रदेश में २०१७ में भाजपा इसलिए जीत गई थी क्योंकि तब ऑल इंडिया इंसानियत पार्टी ने पूरी तरह चुप्पी नहीं साधी थी।
(४) डॉ स्वामी अप्रतिमानंदा जी को सोनिया की काँग्रेस सरकार ने इंसाफ नहीं दिया था। सच्चे फ़क़ीर डॉ स्वामी अप्रतिमानंदा जी की बद दुआएँ २०१४ में राहुल गाँधी की काँग्रेस पार्टी को भी ले डूबी थीं ।
(५) आम जनता भाजपा के कुशासन और झूठे वादों से पूरी तरह तंग आ चुकी है !
(६) राहुल गाँधी की काँग्रेस पार्टी ने ऑल इंडिया इंसानियत पार्टी द्वारा उठाये गए जनहित के मुद्दों को अपने वचन पत्र में शामिल कर लिया था !
यह कहना मुश्किल है कि उपर्युक्त कारणों को पढ़ कर अमित शाह और उसकी टीम कुछ सकारात्मक सबक सीखेगी या नहीं क्योंकि शाह , मोदी , राजनाथ सिँह , अरुण जेटली और डॉ मोहन भागवत जैसे भाजपाई और सँघ नेता सच को सच नहीं मान रहे हैं..!
- स्वामी मुर्खानंद जी
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