क्या #दिल्लीपुलिस #अरविन्दकेजरीवाल के इशारों पे नाच रही है ?

हाल ही में संवेदनहीन 'आम आदमी पार्टी' की 'किसान राजनीती' की बलि चढ़े 'शहीद किसान' गजेन्द्र सिंह राठौड़ के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और 'आप' के अन्य नेताओं ने अपनी जिम्मेदारी से पल्ला यह कह कर झाड़ लिया कि दिल्ली पुलिस ने केंद्र स्थित भाजपा सरकार के इशारों पे काम करते हुए गजेन्द्र सिंह राठौड़ को पेड़ से नहीं उतारा और इसी के चलते गजेन्द्र सिंह राठौड़ मर गया। …!


अरे, वाह साहेब!  आम आदमी पार्टी के नेता गलती तो स्वयम करें और दोषारोपण दिल्ली पुलिस के मत्थे मढ़ दें! ऊपर से तुर्रा यह कि आम आदमी पार्टी के नेता गला फाड़ फाड़ कर चिल्ला रहें हैं कि दिल्ली पुलिस भेदभाव दिखाती हुई आम आदमी पार्टी के नेता अरविन्द केजरीवाल की नहीं सुनती है!
 
यदि दिल्ली पुलिस भेदभाव दिखाती हुई आम आदमी पार्टी के नेता अरविन्द केजरीवाल की नहीं सुनती है तो तब क्यों आल इंडिया इंसानियत पार्टी की RTI अर्जी के उत्तर में दिल्ली पुलिस ने अरविन्द केजरीवाल के रामलीला मैदान में हुए शपथ ग्रहण समारोह में सुरक्षा व्यवस्था पर हुए सरकारी ख़र्चे का विवरण यह कहते हुये नहीं दिया है कि अरविन्द केजरीवाल के रामलीला मैदान में हुए शपथ ग्रहण समारोह में सुरक्षा व्यवस्था पर कुछ भी सरकारी खर्चा नहीं हुआ है…!

साक्ष्य के रूप में पढ़िए दिल्ली पुलिस का निम्नलिखित उत्तर:
"No expenditure on deployment of Security Personnel during the oath taking ceremony of Sh. Arvind Kejriwal as Chief Minister at Ramlila Maidan in the years 2013 and 2015 was incurred from this unit. - Parwez Ahmed, IPS, Public Information Officer Cum Dy. Commissioner of Police, Security, New Delhi"


 

 तो क्या अब आल इंडिया इंसानियत पार्टी भी अरविन्द केजरीवाल की तर्ज़ पे यह आरोप लगाये कि दिल्ली पुलिस ने अरविन्द केजरीवाल के इशारों पे नाचते हुये ही [अरविन्द केजरीवाल को प्रसन्न करने हेतु ही] अरविन्द केजरीवाल के रामलीला मैदान में हुए शपथ ग्रहण समारोह में सुरक्षा व्यवस्था पर हुए सरकारी ख़र्चे का विवरण  आल इंडिया इंसानियत पार्टी को नहीं दिया है.…?

यदि दिल्ली पुलिस के उपर्युक्त उत्तर को सत्य माने तो अगली बार आप अपनी बेटी के शादी समारोह या किसी अन्य समारोह की सुरक्षा व्यवस्था हेतु किसी निजी सुरक्षा एजेंसी को लाखों रुपये न दे कर दिल्ली पुलिस के सुरक्षा कर्मियों की ही मुफ़्त सेवायें लीजिये क्यों कि दिल्ली पुलिस के उपर्युक्त उत्तर से पूर्णतः स्पष्ट है कि दिल्ली पुलिस तो अब मुफ़्त में सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध करवाने लगी है… :-)
  
आम आदमी पार्टी ने आल इंडिया इंसानियत पार्टी से डर कर ही 'किसान रैली' रामलीला मैदान में न कर जंतर मंतर में की क्यों कि आम आदमी पार्टी को भय था कि आल इंडिया इंसानियत पार्टी कहीं अरविन्द केजरीवाल के रामलीला मैदान में होने वाली किसान रैली में सुरक्षा व्यवस्था पर होने वाले  सरकारी ख़र्चे का विवरण माँग लेती…:-)




 

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